Story-, बाबा के अनजाने सच।कैंची धाम नीम करोली
वैज्ञानिक भी हैरान इस योगी बाबा के पास है अजीब चमत्कारी शक्ति
दोस्तों भारत को संतों का देश कहा जाता है भारत देश में कई संत हुए, जिसमें गौतम बुद्ध से लेकर तुलसीदासजी तक शामिल हैं। उसके अलावा कई सारे संत आज भी हिमालय की पहाड़ी में अपनी तपस्या में लीन हैं। दोस्तों सुनकर विश्वास नहीं करोगे, लेकिन उनके शरीर पर बंदूक की गोलियां भी बेअसर हो जाती है और खून की एक बूंद भी नहीं निकलती।
दोस्तों हम बात कर रहे हैं भारतवर्ष के सबसे रहस्यमय संत नीम करोली बाबा की जो इनका आश्रम कैंची धाम है जो उत्तराखंड के नैनीताल से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कहता है की 1961 में बाबा पहली बार यहाँ पर आये थे और 1964 में उन्होंने यहाँ पर एक आश्रम का निर्माण करवाया था जिसे आज हम कैंची धाम के नाम से जानते हैं। बाबा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपने चमत्कारों से जाने जाते हैं। बाबा के भक्तों में स्टीव जॉब्स, मार्क जुकरबर्ग के नाम भी शामिल होते हैं।
उसके आलावा कहा जाता है कि 1 दिन भंडारे में देसी घी की कमी आई। बाबा ने कहा कि नीचे बैठे नदी से पानी लेकर आओ। जब पानी को घी की जगह पर इस्तेमाल किया तो वह गर्म होकर देसी घी में बदल गया। उसके साथ जब बाबा के पास के गांव में ही जल का संकट आ गया था, लेकिन किसी ने बाबा को ये फरियाद नहीं की थी। लेकिन बाबा अपने आप ही इस गांव में गए और वहाँ पर कुआं खुदवाने को कहा। गांव के लोगों ने कहा कि नीचे का पानी पहले से खारा आ रहा है तो कुआं खुदवाने का क्या फायदा? लेकिन बाबा को मानने वाले ने वहाँ पर कुआं खुदवाया।
तो पानी खारा ही निकला, बाबा ने थोड़ी सी चीनी कुएं में डाली तो पानी मीठा हो गया और आज भी उस कुएं का पानी मीठा आ रहा है जब आसपास के कई कुएं आज भी सूख चूके हैं और जहाँ पर पानी है वो भी खारा आ रहा है जो पीने लायक नहीं है और अब बात करते हैं उसी घटना की जब बाबा पर हजारों गोलियां चलीं लेकिन उनके शरीर पर एक भी खून की बूंद तक नहीं निकली तो दोस्तों बात 1943 की है। जब बाबा अपनी यात्रा पर थे तो वहीं पास में एक परिवार रहता था और एक रात वह दोनों सो रहे थे।
तो बाबा अचानक उनके घर पर आ जाते हैं और दरवाजा खटखटाते हैं। जब बाबा को परिवार ने अपने दरवाजे पर इतनी रात को देखा तो वो हैरान हो गए। बाबा ने कहा कि आज रात में आपके घर में गुजारूंगा तो परिवार बहुत खुश हो गया कि बाबा उनके घर पर रहेंगे। बाबा ने उनसे कंबल मांगा और कंबल उठकर वो चारपाई पर सो गए। लेकिन उस रात में परिवार सारी रात नहीं सो पाया क्योंकि सारी रात बाबा करवट लेते रहे। परेशानी में वो परिवार बाबा से कुछ पूछ भी नहीं सकता था।
ऐसा लग रहा था कि बाबा को जैसे कोई मार रहा हो, लेकिन बाबा ने अपने कंबल से नहीं उतरे। सुबह हुई बाबा उठे और बाबा ने कंबल लिपटकर उस परिवार को दिया और कहा कि इस कंबल को गंगा में विसर्जित कर दो। इसके साथ बाबा ने यह भी कहा कि इसे खोल कर देखना मत ऐसे गंगा में बहा देना और जाते वक्त बाबा ने यह भी कहा घबराओ मत तुम्हारा लड़का जल्दी आ जाएगा। अपने लड़के की बात बाबा के मुँह से सुनकर परिवार बहुत हैरान हो गया कि बाबा ने ऐसा क्यों कहा?
क्योंकि उनका लड़का ब्रिटिश आर्मी में था। उसके बाद वो परिवार ने वही किया जो बाबा ने कहा था। लेकिन जब परिवार कंबल को गंगा में विसर्जित करने के लिए जा रहा था तो उन्हें लगा कि कंबल में कुछ लोहे की बहुत सारी चीज़े है। लेकिन ऐसा कैसे हो सकता था? क्योंकि खाली कंबल तो उन्होंने बाबा को रात को दिया था,
सो बाबा के कहने के अनुसार। कंबल को उस परिवार ने गंगा में विसर्जित कर दिया। उसके एक महीने के बाद उस परिवार का बेटा जो ब्रिटिश आर्मी में था और वो भारत के बाहर युद्ध में गया हुआ था, वो वापस आ जाता है। उनके बेटे ने आकर कहा की आज से ठीक एक महीने पहले दुश्मनों का हमला सोते वक्त हमारी रेजिमेंट पर हुआ और वहाँ बहुत सारी गोलियां चलीं। मेरे सभी साथी मारे गए, लेकिन हैरानी की बात वही थी कि मुझे एक गोली तक भी नहीं छुपाई। यह संभव नहीं था क्योंकि इतनी सारी गोलियां के बीच कोई जिंदा कैसे बच सकता है? मैं कैसे बचा इस बात से मैं आज भी हैरान हूँ और अगले दिन जब सुबह हुई तो ब्रिटिश आर्मी ने आकर मुझे सही सलामत बचा लिया।
यह सुनकर वो परिवार को पता चल गया की वो वही रात की जब बाबा अचानक हमारे घर पर आये थे। उसी रात हमारे बेटे पर हमला हुआ था और उनके बेटे पर चलने वाली सारी गोलियां बाबा ने अपने शरीर पर ले ली थी और बाबा ने वोह रात दर्द में निकाली थी। उस कंबल में कुछ और नहीं, लेकिन उनके बेटे पर चलने वाली सैकड़ों गोलियां थीं, सो इस तरह से बाबा ने कई सारे जरूरतमंदों की मदद की। लोगों का कहना है की नीम करोली बाबा साक्षात हनुमान जी से बात किया करते थे।
तो दोस्तों ए थे नीम करोली बाबा के कुछ अनजाने सच दोस्तों आपको क्या लगता है की नीम करोली बाबा के पास सच में कोई दिव्य चमत्कारी सकती थी?
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